तुम्हारी रहमत

तुम्हारी रहमत, ना जिस्म हमारा , ना रूह हमारी , मुस्कान भी तेरी ,बुनयादी नाम तेरा दिया , दिल भी तेरा , यह जान भी तेरी सब कुश तेरा न कुश मेरा, तू ही तू तेरा ही तेरा : " Your Mercy "

शनिवार, 26 जनवरी 2013

ऊना में हुआ

 ऊना में हुआ  " Tanu Pyar Main करिया का शूट "

तनु प्यार मैं करिया  की शूटिंग ऊना में हुई  बहुत ठण्ड  मोर्निंग में हम अपने घर  से ४ बजे निकले , रस्ते में ओड पहुंचे , वहां से हम सीधा ऊना के लिए निकले ,  जब  लोकेशन पर   पहुंचे तो वहां पर बहुत हे  ज्यादा ठण्ड लकिन मुझे बहुत अच्छा महसूस हो रहा था .. मोर्निंग  में शूटिंग शुरू हुई कुश डे के शूट थे  और कुश  नाईट के मुझे अभिनय करते हुए बहुत अच्छा  मसहूस हो रहा .. मैंने मंदीप को कहा  , भाई मंदीप  बहुत  अच्छा लग रहा है सच में  , मुझे कहता आप दिल से अभिनाये करते हो .. मैं कहा  भाई सब कुश इश्वर करवाता है , माँ बाप का आशीर्वाद ..  तो  वह पर स्टे किया शूटिंग चलती रहे ..मुझे फीवर था . लेकिन मैं बेपर्व्हा अपने फीवर से .. ..पापा साथ में उनका भी इस विडियो सोंग में  क्लिप है ... ...मंदीप दुग्गल  उनकी टीम  अजय दुग्गल उनके बड़े भाई भी साथ में ही थे ..शूटिंग कम्पलीट होने के बाद मैंने  सजदा किया  उन से वापिस आते हुए ,,  उसके  बाद हम घर पहुंचे   ..सोंग कफी अच्छा  है , इसके सिंगर पी एस लोंगिया है  , तनु प्यार में करिया   सोंग बुत हे  अच्छा   डायरेक्ट किया गिया.. तेरी रहमत तू हे जाने शुक्रिया अदा करता हूँ ....
गौरव सग्गी

मंगलवार, 22 जनवरी 2013

अभी रात के ३ बजे हैं मुझे नींद ...



अभी  रात के  ३ बजे हैं मुझे नींद नहीं आ रही .. बैठे बैठे  रहमत से कुश लिख रहा हूँ ...यह तो

मैं भी नहीं जनता की किस के लिए . लकिन लिख रहा हूँ जो यह लिखवा रहा है ..अपने बच्चे से

...तेरे रहमत तू ही जाने..



रिश्ते नाते  बन जाते है ,, निभाने वालो की अलग अदा होती है . वो उस अदा से पहचाने जाते हैं  यूं तो दुनिया में सभी अपने होते हैं ...मगर कुश अपने ही कभी कभी पराये हो जाते है ..
भुलाना चाहे तो भूलते नहीं , फिर भी वो अपने कहलाते है ...कई बार ज़ख़्म देकर उस पर दवा भी लगाते हैं


और फिर किसी की बहकावे में आकर पराये बन जाते है ..हम देखते है बदलते रंग को किस तरहां अपना रंग बदल जाते है .सामने आते ही आब आब हो जाते हैं दिल ही दिल में वो घबराते है

 ..हमारा दिल तो वो समुन्दर है जिसमे सब उतर जाते है .फिर  आपबीती हमें सुनाते है ..फिर किसी को आसिम कहकर खुद अपनी इज्ज़त को बचाते हैं. चहरे पर इब्तिसाम ..पिलाते है प्यार का जाम ...वाह दोस्त वाह लकिन फिर भी वो घबराते है

हम ही उनके लिए दुआ करते हैं ... सलामत रहो तुम सदा ,, रहम हो तुझपर ... ...प्यारे दोस्त  दोस्ती के लिए तुभी मेरे लिए एक
कर फ़रियाद ..

रिश्ता जो बने वो
टूटे  ना , फूल जो खिले वो मुरझाये ना ,खुश रहे संसार , सबका हो आपस में प्यार ...बड़े , बुजुर्गों सबका हो सत्कार , बचे हो सबके आज्ञाकारी ,सेवा भाव से , इज्ज़त से नवाजे सबको मेरे यार ..दुःख तकलीफों से मुक्त हो संसार  ..मेरे लिए करदे इतनी सी फरियाद कियोंकी  करता हूँ  मैं सबसे अपने इश्क का इसहार सब में वो हैं रूह जिससे मुझे है प्यार ... मिला है उपरवाले से सबको उपहार ..रूह का रूह से हो प्यार ..... जीवन का .सबका हो सुहाना सफ़र प्यारे यार ....तुझको मेरा प्यार ....सबको सग्गी की तरफ से प्यार भरा नमस्कार ...परनाम ----

गौरव सग्गी  

Freindship

About Freindship

He that is the frein indeed,
he will help you thy in need
if the sorrow , he will weep.
If thou wake, He cannot sleep.

Thus of every grief in heart
he will be cloth bear apart
These certain signs to know
faithful friend from fluttering foe

Translate "Hindi"
सच्चा दोस्त उसे हे मनो
वक्त जरूरत आये काम
अगर तुम्हे हो दुःख थोडा भी
अश्रु बहे उसके अविराम
यदि तुम जागो पीड़ालेकर
तो उसकी भी हो नीद हराम
दोस्त वही जो रहे बांटता  गम
तुम्हारे सुबहो शाम
इन्हें करतबों से पहचानो
मित्र और बेरी वदनाम

सोमवार, 21 जनवरी 2013

Letter To The Headmaster

" He will have to learn, I know , that all men are not just, all men are not true . But teach him also for that every scoundrel there is a hero:  that for  every selfish politician, there is a dedicated leader....Teach him that for every enemy there is a freind, it will take time, I know; but teach him if u can, that a dollar earned ios of far more value thant five found.....

Teach him to lear to lose also  to enjoy winning, Steer him away from envy , if you can. Teach  him the secret of quiet laughter. Let him learn that the  bullies  are the easiest to lick ....Teach him...if you can, The wonder of books...but also give him quiet time to ponder over the eternal mystery of birds in the sky, bees in the sun and flower on a green hillside . 


In school, teach him it is far more honorable to fail than to cheat.......

Teach him to have faith on his ideas, even  if everyone tell him they are wrong....Teach him to be gentle with gentle  people and tough with the tough. try to give me son of strength not to follow the crowd when everyone is getting onto the bandwagon, teach him to listen to all men , but teach him also filter all  he hears on a screen of truth and take only good that comes through ..

teach him, if you can, how to laugh when he is said.... Teach him there is no shame in tears. Teach him  to scoff at cynics and to beware of too much sweetness...


Teach him to sell his brawn and brain to the highest bidders but never to put a price tag on his heart and soul ... Teach him to close his ears to a howling mob.....and to stand a and fight if he thinks he is right .....

Treat him gently; but do not cuddle him becuase only the test of fire make fine steels . Let him have the courage to be impatient...let him have  the patient to be brave ..Teach him to always have  sublime faith in himself  because then he will  always  have sublime faith in mankind 

This is big order, but see what you can do...he is such a  fine little fellow, " My Son"

-By Abraham Lincoln

रविवार, 20 जनवरी 2013

Photoshoot For Upcoming Movie And Projects

Photoshoot For Upcoming Movie  And Projects  .Thanks And God Bless u All My Nears , Dears and my Repected  Freinds  ..




Gsaggi--

आजा माँ पहाड़ों वाली




आजा माँ पहाड़ों  वाली  शूटिंग हिमाचल में हुई .मुझे मंदीप जी का कॉल आया गौरव शूट है ...मंदीप जी से मुलाकात H.s गंभीर जी द्वारा हुई  ..मुझे उन्होंने शूटिंग डिटेल्स बताई .. ..शूटिंग में हमें अलग अलग लोकेशन पर बहुत आनंद आया ..मुझे मौके पर ही  सोंग दिया . और मैं सोंग को अपने लैपटॉप में डाउनलोड करता हुआ ...मालिक की रहमत से ..अपने माता पिता जी के आशीर्वाद से , अपने दादी दादा अपने family के आशीर्वाद से मैंने सोंग की तियारी कार में बैठे हुए की ..मंदीप जी ने मुझे बता  दिया था की इस सोंग के according आपका जो  किरदार है वो एक अन्धे व्यक्ति का हैं जो माँ को प्राथना करते  हुए माँ के सहारे उसके शक्ति से दरबार तक जाता है ..उसके दरमियान वो किन किन मुश्किलों का सामना करता है गिरता है  चलता है  अकेला  और जब माँ के दरबार में हाजरी लगता है तो वहां चमत्कार होता है .काफी अच्छे  भाई साथ में ..ठण्ड का मौसम ..बहुत मज़ा आया बहुत कुश सिखने को मिला ..हर चीज़  कुदरत की सिखाती है ..मेरे पिता  जी का भी इसमें एक क्लिप है जिसमे वो शंक को बजाते हैं ....मंदीप जी ने इस सोंग को डायरेक्ट किया ..जो गाया वो म.स गरचा जी ने .. जब रात हुई  तो मैं खुद  ड्राइव करता हुआ ..कार को अपने टीम मेंबर्स के साथ तो अचानक से किया देखता हूँ की खाई की तरफ कार के दो टायर उपर से निकल रहे है मुझे नहीं मालूम यह कैसे हुआ ..बस इतना मालूम है माँ के आशीर्वाद ने हमें बचाया. कार का  अपने आप कण्ट्रोल में ए और रस्ते पर  हो गई ....सब घबरा तो गए थे लकिन जब आशीर्वाद साथ हो तो फिर खुद ब  खुद मालिक संभालता है ..चिन्तपुरनी माँ  के दरबार में शूट हुआ , शीतला माता मंदिर हिमाचल में शूट हुआ र लुधिअना  और कुछ रस्ते में जो लोकेशन थी यह सोंग फिल्माया गिया

शुक्रिया  ..

शनिवार, 19 जनवरी 2013

Women



Women is the only producer of mankind, and as we think of woman as  a mother  , any woman of any country , of any religion, cast or creed or status, our heads have to bow down with respect , because of the love , care , sympathy understanding, and all deep feelings that a mother entertains for her offspring, would tantamount to unique emotional interaction between two human beings ..
Mother , sister , Wife, And Daughter ,  these are the four  faces, four images  of womans, and  for us, man, these are the most  precious  images, If any of us destroy any of these images or destroy any of these, then we should not be called a human beings, but animals, nay, worse than animals, because even animals have some code of Conduct  ..
Thanks--

जैसा बोएगा वैसा पायेगा

जैसा  बोएगा वैसा पायेगा

जैसा बोएगा वैसा पायेगा ,बुरी सोच से बुरा नज़र आएगा.
अच्छी सोच से अच्छा मिल जायेगा
अच्छा सोचने वालो , अच्छा करने वालों
की बातों को समझने की बजाये उनको बुरा बताएगा .
पीठ पीछे जाकर अपनी  ज़ुबान से , जैसा बोलेगा तू वैसा पायेगा.

पड़ना लिखना ज़रूरी है मान है इसमें ,
अक्ल से काम  लिया शान है इसमें ,
पड़ लिख कर भी बुराई  अपनाये,  इसका तू पौधा लगाये
फिर यह अपनी मौजूदगी तो दिखायेगा ,कोई  तुझे समझाने
के लिए  नज़र आएगा. फिर भी न समझा तो कौन तुझे समझाएगा ,

जैसा बोए गा तू वैसा पायेगा .

गुरुवार, 17 जनवरी 2013

रिश्ते बनाने से नहीं बनते...मालिक की रहमत से बनते है

रिश्ते बनाने से नहीं बनते...मालिक की रहमत से बनते है

रिश्ते बनाने से नहीं बनते .. मालिक की रहमत से बनते है  ..जी कुश ही दिनों में एक दुसरे को मिले    रेक्टर कथूरिया जी " पंजाब स्क्रीन " हमारे  मुलाकात हुई  लुधियाना में उसके बाद हम पठानकोट में मिले ..इन्होने हमारी पठानकोट में की गयी परफॉरमेंस को अपने ब्लॉग में उतरा .अच्छे इंसान है  अपने काम के प्रति फौक्स है . जो बात दिल में  वो ही जुबान पर . मालिक की रहमत से फैमिली रिलेशन बना ..मेरे पिता जी के अच्छे दोस्त है . मालिक इनको सदा खुश रखे ..इनके परिवार के सदस्य को भी मेरा दिल से नमस्कार . मालिक के रंग बहुत रंगीले है सच में  ..दुनिया  जो रचाई  बहुत खूबसूरत रिश्तों की माला बनाई , माँ , बाप,भाई,,बहन,अच्छे दोस्त ,बुजुर्ग ,दादा ,दादी परदादा , परदादी हर रिश्ते को नए  नाम से  उतारा  इस दुनिया में ..सब खुश रहे यह  मेरी  तरफ से हमारे परिवार की  तरफ से ईश्वर के आगे प्राथना है .

रविवार, 13 जनवरी 2013

LOVE IN THE SKY


"Love in the Sky"

नीचे से देखो तो आसमान बात ही  निराली है ..जब पास जाकर देखो तो समझ में  अता है की यह आसमान किया कह रहा है . खुद हे देखिये यह बादल आपको किया कहने की कोशिश कर रहा है ..कहता है सब मिलजुल कर रहो , नफरत को दिल सेनिकाल  डालो ,अपने बड़ो का सत्कार करो , सबसे दिल से प्यार करो ..किसी से भी  दोखा मत करो  सिर्फ प्यार दिल से प्यार " सचा प्यार "
--गौरव सग्गी --

शनिवार, 12 जनवरी 2013

गुरु नानक भवन में परफॉरमेंस


 
यादें   भवन में परफॉरमेंस  की अभी भी मुझे  याद है के जब  मुझे  इनवाईट  किया गिया परफॉरमेंस के लिए लिए  .. मैं मुंबई   से ludhiana अपने   माँ पिता जी  मिलने के लिए  आया  ..और आते ही रहमत से मुझे  शो मिल गिया  . हमने इस शो की तयारी बहुत सोच समझ कर शुरू की एक तरफ मुझे सन्मानित करना था और  दूसरी तरफ मुझको परफॉरमेंस देनी थी ..लकिन सच में कहू तो मेरा सारा ध्यान अपनी परफॉरमेंस पर था



 दिन जब नज़दीक आये मेरे  अंदर  और ख़ुशी बड़ने  लगी . जब शो का वक्त आया माँ पिता का आशीर्वाद साथ में ...पेर्फोर्मस शुरू की फिर  किया जब माँ पिता का आशीर्वाद हो तो खुदा का सबका  आशीर्वाद  खुद ब खुद  मिल जाता है ...पेर्फोर्मस बहुत हे अच्छी  हुई मेरे पिता जी उस वक्त मेरे पेरोफ्र्मांस को देखते हुए .उस वक्त   आँखों में ख़ुशी के आँसू देखे .




 आज भी इनके साथ से कदम कदम बड़ता चला जा रहा हूँ ...यह खुश रहें इनकी ख़ुशी में तो  मेरी खुशी है ......

डॉक्टर राउंड पर हैं


किया बताऊँ वो सात दिन  हॉस्पिटल में   देखा सबको समझा ...security   से  लेकर  ,सिस्टर तक  सिस्टर  से  लेकर इन्चार्गे तक इन्चार्गे से लेकर  डॉक्टर , डॉक्टर से लेकर हेड ऑफ़ डा डिपार्टमेंट .. तो फिर बैठे  बैठे ..वो  लाइन जो बार बार सुनने को मिली " डॉक्टर  राउंड पर हैं "फिर किया हाथ में  कलम आई मालिक की  रहमत से लिख  डाला जो भी मालिक  ने लिखवाना  चाहा  ........डी ऍम सी  हॉस्पिटल में   बेड नंबर  6 .... रूम नंबर  2 ,  फ्लोर 2 ..

 

अलग अलग डिपार्टमेंट ,  अलग अलग चहरे ..अपने काम के प्रति   समप्रित  डॉक्टर  राउंड पर हैं .डॉक्टर पेशेंट का रिश्ता बहुत पुराना है . अपने हुनर से  तुज़ुर्बे और आशीर्वाद से  पेशेंट की दुनिया को सजाना है  . सिस्टर  आई देखा  समझा कहा डॉक्टर राउंड पर हैं , सिक्यूरिटी आये बोली चलो बहार डॉक्टर राउंड पर हैं . डॉक्टर   आये मुस्कुराते हुए  अपने खुशबू को  बिखरते हुए अपने साथियों को समझाते हुए , पेशेंट के अरमानो को जगाते हुए ,रोते हुए को हसाते  हुए ..डॉक्टर राउंड पर हैं ..
फिर नया दिन सब वही कोई हँसता हुआ कोई अपनी जुबान  से शहद को  गिराता हुआ और कोई कडवे शब्द बोल कर अपना प्यार ज़ताता हुआ . फिर भी वो अपने है . मन ही मन में समझाता हुआ  .... Sister आई हँसती हुई  बाग़ के फूलों को निहारती हुई सुगंद को महसूस करती हुई और उनकी सेवा में अपने आप को समप्रित करती हुई ! उनको समझती हुई , अपनी भावनाओं को दिल में रखकर ड्यूटी करती हुई बोली  " डॉक्टर राउंड पैर है "
दोस्त कडवे शब्द
दोस्त जुबान कियों कडवी करते हो. माँ बाप के सपनो को  पूरा करना है ..तो फिर कियों अहंकार से रिश्ता लगाना है  .  समझ लेना तुम दिल मत  दुखाना ..तुमने अपने सपनो को बुलंदियों पर पहूंचना हैं ..तो अहंकार  से रिश्ता मत  लगाना  ..कडवे शब्दों  को भूल जाना ... तो फिर बताना "डॉक्टर राउंड पैर हैं "
माँ बाप के संस्कारों से इज्ज़त देना सिखा . जिनकी  बदॊलत  आज चलना सिखा . उनके नाम को चमकाते हुए  इज्ज़त  सबकी करते हुए . अपने हुनर से सबको सवारते हुए  बचों के जीवन में नया रंग डालते हुए  " हेड ऑफ़ डा  डिपार्टमेंट ,डॉक्टर्स , इंचार्ज ,सिस्टर्स उनकी उदासी को ख़ुशी में बदलते हुए  उनके माँ बाप की आँखों में नई चमक को भरते हुए , प्यार का जाम सब को पिलाते हुए  " डॉक्टर  राउंड पैर हैं " जिन्होंने इन फूलों को सजाना है ...हम सब ने इनको सर आँखों पर  बिठाना   है  वो  डॉक्टर  राउंड पर हैं " डॉक्टर राउंड  पर हैं ....
--Gaurav Saggi--